Hindi Shayri 2020
मोहब्बत का राज बताया नहीं जाता
निगाहें समझ लेती हैं समझाया नहीं जाता॥
आँखों में आँसू, चेहरे पर हँसी है
साँसों में आहें, दिल में बेबसी है।
पहले क्यूँ नहीं बताया यार
कि दरवाजे में ऊँगली फँसी है।
😂😂😂😂😂😂😂
न जाने ऐसी कौन सी बात है
उस जाने पहचाने से अजनबी में।
मेरे लाख न चाहते हुए भी
मेरी तन्हाई में मेरे मुस्कराने की
वजह बन जाता है वो।
कुछ दूर हमारे साथ चलो
हम दिल की कहानी कह देंगे।
समझे ना जिसे तुम आँखों से
वो बात जुबानी कह देंगे।
मत करो इतनी मेहनत Marks के लिए ए लडकीयो।
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😛
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एक दिन इन्ही नालायक 😎 लडको के घर बर्तन धोते नजर आओगी।
😕 😜😜😝😝😛😛😄
(Hindi shayri 2020)
बचकर रहना दोस्तो बेचने वाले हवा भी बेचते है
गुब्बारे मे डालकर, यहा सच बिकता है,
झुठ बिकता है, बिकती है हर कहानी
तिनो लोक मे फैला है ...
फिर भी बिकता है बोटल मे पानी।
होश का पानी छिड़को
मदहोशी की आँखों पर।
अपनों से कभी ना उलझो
गैरों की बातों पर।
अंदाज़े से न नापिये किसी इंसान की हस्ती
ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते है।
जो नहीं ❌ है हमारे पास वो “ख्वाब” 🤔 हैं,
पर जो है ✅ हमारे पास वो “लाजवाब”👌 हैं।
(Hindi shayri 2020)
जाने मेरी मंजिलो के रास्ते कौनसे है,
चल तो रहे है कदम पर दायरे कौनसे है,
क्या ढूँढती है नज़र हर पल,
कौन अपने और पराये कौन से है।
“डर मुझे भी लगा फांसला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर।
खुद ब खुद...
मेरे नज़दीक आती गई मेरी मंज़िल
मेरा हौंसला देख कर।”
😊😊
उड़ान वालो उड़ानों पे वक़्त भारी है
परों की अब के नहीं हौसलों की बारी है।
मैं क़तरा हो के तूफानों से जंग लड़ता हूँ
मुझे बचाना समंदर की ज़िम्मेदारी है।
कोई बताये ये उसके ग़ुरूर-ए-बेजा को
वो जंग हमने लड़ी ही नहीं जो हारी है।
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत
ये एक चराग़ कई आँधियों पे भारी है।।
(Hindi shayri 2020)
बचपन मे लटटू घुमाते घुमाते,
ना जाने कब दुनिया ही घूम गयी।
माना कि जिंदगी से बहुत प्यार है मगर
कब तक रखोगे कांच के बर्तन संभाल के।
सौदा कुछ ऐसा किया है
तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से...
या तो दोनों आते हैं
या कोई नहीं आता।
बस ग़मों को गुमराह कर दो,
खुशियाँ खुद लौट आएँगी।
इसे त्याग नहीं तो और क्या कहोगे
अपना नाम बदलते हैं हम तूम्हारे लिये।
(Hindi shayri 2020)
किसी को अपना बनाओ तो दिल से बनाओ,
जुबान से नहीं, और किसी पर गुस्सा करो तो
जुबान से करो।
दिल से नही, क्योंकि सुई में वही धागा प्रवेश कर सकता है, जिस धागे में कोई गांठ नहीं हो।😊👍
लाखों सदमें, ढेरों ग़म
फिर भी नहीं है ऑंखें नम।
एक मुद्दत से रोये नहीं,
क्या पत्थर के हो गये हम।
✍🏻 सब को इकट्ठा रखने की ताकत प्रेम में है।
और
सब को अलग करने की ताकत भ्रम में है
कभी भी मन मे भ्रम ना पालें।👍
कश्तिया उन्ही की डूबती है,
जिनके ईमान डगमगाते हैं...
जिनके दिल में नेकी होती है,
उनके आगे मंजिले सर झुकाती है...
(Hindi shayri 2020)
जरूरी नहीं कि सज़दे हो हर वक्त,
और उसमें खुदा का नाम आये।
जिन्दगी तो खुद एक इबादत है,
शर्त ये है कि ये किसी के काम आये।
खुद से जीतने की ज़िद है
मुझे खुद को ही हराना है।
मैं भीड़ नही हूँ दुनिया की
मेरे अंदर एक जमाना है।
शुक्र है...
परिंदो को नहीं पता की
उनका मज़हब क्या है।
वरना रोज आसमान से
खून की बारिश होती।
ज़िन्दगी जीनी हैं तो
तकलीफें तो होंगी...
वरना मरने के बाद तो
जलने का भी एहसास नहीं होता।
मंजिल क्या है, रास्ता क्या है,
सुनो सफ़र की दास्ताँ क्या है...
मैं अकेला ही चलता रहा,
यादों के आगे काफिला क्या हैं...
(Hindi shayri 2020)
ये पत्थर, ये मूरत,ये खुदा क्या है,
कभी हमसे मिलो तो जानो वफा क्या है...
तू गैर की हो गई ज़रा भी रंज नहीं,
इश्क़ का हुस्न से मुकाबला क्या है...
यूँ ही खामोश रहते हो सदा,
जिंदगी से कोई फैसला क्या है...
तेरे दिल के कोने में जगह मिल जाये,
फिर ये गली ये मोहल्ला क्या है...
यादों की भीड़ में गुम हो जाता हूँ,
की तन्हाई के आगे मेला क्या है...
मौत के आगोश में मोहब्बत हैं मेरी,
जिंदगी से बढ़कर बेवफ़ा क्या है...
🎅💓छोटी सी Life है,
😊हँस के जियो।
😌भुला के गम सारे,
💗 दिल से जियो।
💕अपने लिए न सही,
💞 अपनों के लिए जियो।
😊💝🙏💝😊
कोनसा जियो का बिल भरना है
दिल लगा के जियो 👍🏻
मुझे उदास देख कर उसने कहा,
मेरे होते हुए तुम्हे कोई दुख नहीं दे सकता।
फिर ऐसा ही हुआ,
ज़िन्दगी में जितने भी दुःख मिले उसी से मिले।
😔
आएंगे हम याद तुम्हें एक बार फिर से..
जब मेरी खामोशिया और तुम्हरें
बेबुनियाद इल्ज़ाम तुम्हें सताने लगेंगे...
गुलाब ऎसे ही
थोड़े गुलाब होता है।
ये अदा काँटों में
पलने के बाद आती है।
(Hindi shayri 2020)
हमने कब माँगा है
तुमसे वफाओं का सिलसिला...
बस दर्द देते रहा करो,
मोहब्बत बढ़ती जायेगी....
काश! ऐसी भी कोई हसीन रात हो,
एक चाँद आसमान मे और एक मेरे साथ हो।
हमे क्या जरूरत खुशबू लगाने की,
हम तो तेरी मोहब्बत में ही महक कर
गुलाब हुए जा रहें हैं।
श
“मांगना ही छोङ दिया हमने वक्त किसी से...
क्या पता उनके पास इंकार का भी वक्त ना हो।
🙂☺️
सुना था कभी किसी से,
ये खुदा की दुनिया है
मोहोब्बत से चलती हैं।
करीब से जाना तो समझे,
ये स्वार्थ की दुनिया हैं
बस जरुरत से चलती हैं।।..😰
(Hindi shayri 2020)
पता नही होश में हूँ
या बेहोश हूँ मै।
पर बहुत सोच समझकर
खामोश हूँ मै।
दो हिस्सों में बंट गए
मेरे दिल के सब अरमान,
कुछ तुझे पाने निकले
तो कुछ मुझे समझाने निकले।
तुम पूछो और मैं ना बताऊ
अभी ऐसे हालात नही।
बस एक छोटा सा दिल टुटा है,
और कोई बात नही।
इश्क_की दुनिया के कायल सब है।
कोई कह देता है, कोई छुपा लेता है
मगर घायल सब है...😘
तुम दिल मे रहो इतना ही बहुत है
मुलाकात की हमे इतनी भी जरूरत नही।
(Hindi shayri 2020)
जितना मुश्किल
किसी को पाना होता है
उस से ज्यादा मुश्किल
किसी को भुलाना होता है।
"मुझे घमंड था की मेरे चाहने
वाले बहुत है इस दुनिया में।
बाद में पता चला की सब चाहते है
अपनी जरूरत के लिए"।
मेरे दिल से उसकी हर,
गलती माफ हो जाती हैं ||
जब वो मुस्कुरा के पूछती है,
नाराज हो क्या ||✍✍
ये हुस्न-ए-राज़ मुहब्बत छुपा रहा है कोई
अश्क आँखों में और मुस्कुरा रहा है कोई।
बातो_बातो_में ही मैने उनसे पूछा...
दीवानगी क्या होती है?
वो बोले...
दिल तुम्हारा और हुकूमत हमारी....
(Hindi shayri 2020)
आसमान में पानी है,
फिर भी जमीन प्यासी है।
भरा है जल से समंदर,✍✍✍
मगर मटका घर का खाली है।
एक सिगरेट सी मिली तू मुझे..
ए आशिकी कश एक पल का लगाया था...
लत उम्र भर की लग गयी...
जहर से अधिक खतरनाक हैं यह प्यार
जो भी चख ले मर मर के जीता हे। 💘💘
बेवफ़ा कह के बुलाया तो बुरा मान गए ,
आईना सामने आया तो बुरा मान गए !
उनकी हर रात गुज़रती है दिवाली की तरह ,
हमने एक दीप जलाया तो बुरा मान गए !
काटा है आस्तीन के साँपो ने इस क़दर !
में सामने पड़ी हुई रस्सी से डर गया!
(Hindi shayri 2020)
लडकी दिल से
अच्छी होनी चाहिए...
अप्सरा👰
तो पेन्सिल✏ भी होती है...💃😂
शुरू करते हैं
फिर से मोहब्बत चलो आओ...
थोड़ा हम बदल जायें,
थोड़ा तुम बदल जाओ....😊
"चाँद के हुस्न पर हर सख्स का हक है
मैं उसे कैसे कहूं की रात को निकला न करे"
हँसी छुपा भी गया और नज़र मिला भी गया
ये इक झलक का तमाशा दिल जला भी गया
हमने तो कभी नही चाहा था हमे मोहब्बत हो,
लेकिन उसकी पहली नज़र ने हमे नीलाम कर दिया।
नीचे आ गिरती है
हर बार दुआ मेरी......
पता नहीं कितनी ऊचाई पर
खुदा रहता हैं........
(Hindi shayri 2020)
मैं तो इसलिए चुप हूँ
कि तमाशा ना बन जाये।
और तुम ये समझ बैठे कि
मुझे तुमसे कोई गिला-शिकवा नहीं।
कहा सवालों ने तुमसे जवाब मांगते हैं,
हम अपनी आंखों के हिस्से का ख्वाब मांगते हैं।
हम ही को दरिया पर जाने से रोकने वाले,
हम ही से पानी का सारा हिसाब मांगते है।
अजीब लोग हैं इन पर तो रहम आता हैं, जो काँटे बोकर जमी से गुलाब मांगते हैं।
गुनहगार तो नज़रे हैं आपकी वरना,
कहा ये फूल से चेहरे नकाब मांगते हैं।।
तुम्हारे हुस्न का जलवा नक़ाब में क्यों है
ये काँटा सा लगा है तो गुलाब में क्यों है।
वो ख्वाब में तो बहुत ही हसीन लगती है
मुझे मिले भी सही मेरे ख्वाब में क्यों है।
हमारे वास्ते वो फूल जो खरीदा था
मगर वो फूल अभी तक किताब में क्यों है।
जो पाता है वो उसी को हो जाता है जाना
कुछ इस तरह का नशा भी शराब में क्यों है।
वो रूठ जाए मनाना बहुत ही मुश्किल है
खुदा ही जाने ये नखरें ज़नाब में क्यों है।
अगर तू चाहे तो दिल से निकाल दो मुझको
मगर ये नफरतें तेरे जवाब में क्यों है।
चलो माना कि हमें प्यार का इज़हार करना नहीं आता।
जज़्बात न समझ सको, इतने नादान तो तुम भी नहीं।😒
(Hindi shayri 2020)
निबाह रहे हैं....
सब यहाँ अपने मतलब की यारियां
मोहब्बत दिल से हो भी तो कैसे हो भला।
रुतबा तो खामोशियों का होता है
अलफ़ाज़ तो बदल जाते हैं लोग देख कर।
जानता हूँ मैं,
अभी भी चाहती है।
मुझे ....
ज़िद्दी है वो थोड़ी सी,
मगर बेवफ़ा नही.. 😊
"तुझे बसा कर रूह में,
खुद को खुद से जुदा कर दिया।
सुन मेरे बेरहम सनम,
तुझे इश्क़ में मैंने खुदा कर दिया।
बड़ी अजीब सी है शहरों की रौशनी,
उजालों के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल है।
(Hindi shayri 2020)
तमाम जु़बाने बेज़ुबान लगती है
जब ऑखो से इश्क समझाया जाता है।
समंदर बेबसी अपनी किसी से कह नहीं सकता,
हजारों मील तक फैला है, फिर भी बह नहीं सकता....
मेरी हर मुस्कुराहट की वजह हो तुम,
बिना तुम्हारे अब दुनिया वीरान सी लगती है।
लोग कहते है की त्यौहार फीके हो गए
सच तो ये है की व्यवहार फीके हो गए।
सदियों से जागी आँखों को,
एक बार सुलाने आ जाओ।
माना कि तुमको प्यार नहीं,
नफ़रत ही जताने आ जाओ।
जिस मोड़ पे हमको छोड़ गए
हम बैठे अब तक सोच रहे।
क्या भूल हुई क्यों जुदा हुए,
बस यह समझाने आ जाओ।
(Hindi shayri 2020)
हुस्न तो आखिर हुस्न है...
मगर मेरी लाडली के नखरे तौबा तौबा...
इश्क की नासमझी में.....
हम अपना सबकुछ गँवा बैठे,
उन्हें खिलौने की जरूरत थी.....
और हम अपना दिल थमा बैठे।
दुनिया तो टूटते हुए ,
तारे से भी दुआ माँगती है...💔
कौन कहता है बर्बादी ,
किसी के काम नहीं आती...💔
कभी गुलाब के,
कभी चाॅकलेट के चर्चें है
ऐ ईश्क बता,
तेरे और कितने खर्चे हैं...😊😊
उनकी निगाहों में ...
इतना असर था ...
खरीद ली उसने ...
" एक नज़र "
में ज़िंदगी मेरी ...
(Hindi shayri 2020)
कोशिश बहुत की
राज़ ए मोहब्बत बयां ना हो,
पर मुमकिन कहां था
कि आग लगे और धुआँ ना हो।
तेरे पाओ का कांटा
हम भी निकाल सकते हैं
कही दर्द ना हो तुम्हे
बस इस बात से डरते हैं।
बड़े महँगे किरदार है ज़िंदगी में, साहेब,
समय समय पर, सबके भाव बढ़ जाते हैं।
🌹🍂मोहबत करने वाले बड़े नादान होते है
🥀
हासिल कुछ नही होता मगर बदनाम होते है।🍂🌹
कभी तो ऐसी भी हवा चले
कौन कैसा है पता तो चले......
तेरी अदाओं का मेरे पास
कोई जवाब नहीं है।
.
अब मेरी आँखों में
तेरे सिवा कोई ख्वाब नहीं है।
.
तुम मत पूछो, मुझे
कितनी मोहब्बत है तुमसे।
.
इतना ही जानो,
मेरी मोहब्बत का कोई हिसाब नहीं हैं।✍🏻
(Hindi shayri 2020)
प्यार में मौत से डरता कोन है।
प्यार हो जाता है करता कोन है।
आप जैसे यार पर हम तो क्या सारी दुनियां फिदा है।
लेकिन हमारी तरह आप पर मरता कौन है।
किताबों के पन्नो को पलट के सोचता हूँ,
यूँ पलट जाए मेरी ज़िंदगी तो क्या बात है।
ख्वाबों मे रोज मिलता है जो,
हक़ीकत में आए तो क्या बात है।
कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको,
बिन मतलब जो आए तो क्या बात है।😊🙏🏻
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे।
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा,
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पगल ना होगा।
मेरी लिखी किताब
मेरे ही हाथो मे देकर वो कहने लगे।
इसे पढा करो
मोहब्बत करना सिख जाओगे।
पारस हो गए हैं हम
यूँ महसूस करके तुम्हें,
ना उम्र बढ़ती है ना इश्क घटता है।
(Hindi shayri 2020)
तबाह होकर भी तबाही नहीं दिखती
ये वो मोहब्बत है हजूर
जिसकी कोई दवाई नहीं बिकती...
उसके दिल में थोड़ी सी जगह माँगी थी____
मुसाफिरों की तरह____
उसने तन्हाईयों का एक शहर
मेरे नाम कर दिया_____✍🏿
💔😔💔
मेरी तमाम 'उलझने' सुलझ जाती है..!!
जब मेरी उँगलियाँ,
तेरी उँगलियों में उलझ जाती हैं....!!
जब हमे धोखा मिला प्यार में,
तो जीवन में उदासी छा गई,
सोचा था छोड़ देंगे इस रास्ते को,
पर, मोहल्ले में दूसरी आ गई।
"जिसने हमको चाहा, उसे हम चाह न सके,
जिसको चाहा उसे हम पा न सके।
यह समझ लो दिल टूटने का खेल है,
किसी का तोडा और अपना बचा न सके!"
(Hindi shayri 2020)
जो कोई सोच भी न सके वो बात है हम,
जो ढल के नई सुबह लाये वो रात है हम।
अक्सर लोग रिश्ते बना कर छोड़ दिया करते है,
जो जिंदगी भर साथ निभाए वो साथ है हम।
“मांगना ही छोङ दिया हमने वक्त किसी से...
क्या पता उनके पास इंकार का भी वक्त ना हो,🙂☺️
ज़िंदगी है नादान, इसलिए चुप हूँ,
दर्द ही दर्द सुबह शाम, इसलिए चुप हूँ।
कह दूँ ज़माने से दास्तान अपनी,
उसमें आएगा तेरा नाम इसलिए चुप हूँ।
बहुत अलग सा है, मेरे इश्क़ का हाल...
तेरी एक खामोशी और मेरे लाखो सवाल..!!
होले होले कोई याद आया करता है,
कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है।
उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,
जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।
(Hindi shayri 2020)
पूरा हुजूम तालियाँ बजाये तो क्या........
बस वो एक शख्स मुस्कुरा दे "काफी" है......
जब रूह मे उतर जाता है
बे पनाह इश्क़ का समंदर..
लोग जिंदा तो रहते है
मगर किसी और के अंदर....
तेरे किस किस ख़्याल को दिल से जुदा करूँ
मेरे हर ख़्याल में तेरा ही ख़्याल रहता है।
सर झुकाने की आदत नहीं है,
आँसू बहाने की आदत नहीं है।
हम खो गए तो पछताओगे बहुत,
क्युकी हमारी लौट के आने की आदत नहीं है।
मेरी बात सुन पगली,
अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में,
जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी।
(Hindi shayri 2020)
"तू समझता है गर फ़िजूल मुझे..
एक पल भी हिम्मत करके भूल मुझे..
कितना चाहा ना जाऊं
माहोब्बत की गली..!!
पर इस दिल के आगे
मेरी एक ना चली..!!
☺️☺️👇
अल्फ़ाज़ चुराने की ज़रूरत ही ना पड़ी कभी......
तेरे बे-हिसाब ख्यालों ने बे-तहाशा लफ्ज़ दिए.....
हर पल एक मंज़र गुज़र जाता हेै !
जब अपना कोई बेगाना बन जाता है !
यू तो शीशे टूटने की,,,
बहुत आवाज़ आती है !
पर कभी आवाज़ के बिना,
बहुत कुछ टूट जाता हैे !!
पता हैं हमे प्यार करना नही आता
पर जितना भी किया हैं सिर्फ तुमसे ही किया हैं।
(Hindi shayri 2020)
ना चाँद की चाहत ना तारो की फरमाइश
हर जन्म में तू ही मिले बस इतनी सी ख्वाहिश।
तेरे वजूद से है, मेरे गुलिस्तां में रौनकें सारी,,
तेरे बगैर इस दुनिया को, हम वीरान लिखते हैं,,
तेरी तो फितरत ही थी
सबसे मुहब्बत करने की।
हम बे वजह खुद को
खुशनसीब समझ बेठे।
ये जो आपके बिखरे हुए बाल है,
बिल्कुल वैसा ही हमारे दिल का हाल है😢
कुछ अजीब आ रिश्ता है
उसके और मेरे दरमियाँ।
न नफरत की वजह मिल रही है
न मोहब्बत का सिला।
(Hindi shayri 2020)
मेरे यार की फितरत ही निराली है
कल मेरा दिल जला के बोला
यही तो दिवाली है......
मोहल्ले की मोहब्बत का भी अजीब फ़साना है !
चार घर की दूरी है ओर बीच मे सारा जमाना हें !
आँखे बयान कर रही थी किया है दिल की रजा
फिर उनके सख्त लहजे को हम क्यू समझे सजा।
मेरी जिंदगी ने एक दिन सवाल मुझसे से पूछा ,
तुम मुझसे प्यार करती हो या उससे प्यार करती हो |
मैने कहा तुमने ही तो मुझको उससे मिलवाया था ,
ओर तुम ही गैरों जैसे सवाल करती हो ||
खैरात की ख्वाहिश कभी ना थी हमे,
मोहब्बत की आरजू थी मोहब्बत के बदले।
(Hindi shayri 2020)
❛हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते हैं,
हर तकलीफ में ताक़त की दवा देते हैं।❜
सब्र और सहनशीलता
कोई कमजोरियां नहीं होती।
ये तो अंदरुनी ताकत है
जो सब में नहीं होती।
तुझे क्या पता कि मेरे दिल में,
कितना प्यार है तेरे लिए,
जो कर दूँ बयान तो,
तुझे नींद से नफरत हो जाए।
उनसे कह दो
सजा कुछ कम कर दे हमारी।
पेशे से मुजरिम नही
बस गलती से महोबब्त कर बेठे।😢
सुनसान सी लग रही हैं ,
आज ये शायरों की बस्ती....
क्या किसी के दिल में ,
अब दर्द नहीं रहा................
(Hindi shayri 2020)
दरमियां हमारे चाहे
इश्क हो...
अश्क हो...
रश्क हो...
शर्त बस इतनी
जो भी हो
सच हो ....!!
आसान नहीं है हमसे यूँ शायरी में जीत पाना,
हम हर एक लफ्ज़ मोहब्बत में हार कर लिखते हैं।
बिन दिल के जज्बात अधूरे,
बिन धड़कन अहसास अधूरे।
बिन साँसों के ख्वाब अधूरे,
बिन तेरे हम कब हैं पूरे।
अहमियत दी तो खुद को कोहिनूर 💎 मानने लगे
काँच के टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।
उनके हाथ पकड़ने की
मजबूती जब ढीली हुई।
तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है
जहां रास्ते बदलने है।
(Hindi shayri 2020)
ये शिकायतों का दौर देखता हूँ
तो थम सा जाता हूँ।
लगता है उम्र कम है
और इम्तिहान बहुत है।
नहीं आता कोई परिंदा अब
किसी की छत पर दाना चुगने।
इस दौर में परिंदे भी
ऐतबार नहीं करते इन्सान की जात पर।
सुनो...
🌿🌹लोग कहते है कि वक्त
हर ज़ख्म को भर देता है...🌹🌿
👸🏻
🌿🌹पर किताबों पर धूल
जमने से कहानी बदल नहीं जाती...🌹🌿
💞 ना ढूंढ महोब्बत बाजारों में,
ये कही बिकती नहीं....
ये रहती है दिलों में,
पर बेकदरों को ये दीखती नहीं.....💞
❣पत्थर_दिल नहीं हूं मैं
मुझमें बहुत सी _नमी है..
_दर्द _बयां नही कर पाता
बस इतनी सी कमी है....❣
(Hindi shayri 2020)
बड़े क़रीब से अनजान बनकर गुजरे हैं वो...
जो बड़ी दूर से पहचान लिया करते थे।
लिख दूँ तेरे इश्क़ में कुछ गहरा सा
जिसे तू और सिर्फ तू पढ़ सके
पूछना ये था.......
जो पहले से ही फूल 😡 के बैठा हो.....
उसको फूल 🌹 दे सकते हैं क्या🤔
😀😀😀😂😛😛😂😂
वो रूठकर बोला,
तुम्हे सारी शिकायते हमसे ही क्यों है।
हमने भी सर झुकाकर बोल दिया की,
हमें सारी उम्मीदे भी तो तुमसे ही है।
कुछ दिलचस्प किस्सा है,,
हमारी मोहब्बत का...
हमें मिलने से ज्यादा
इंतजार पसंद आया....
(Hindi shayri 2020)
संभल कर किया करो,
लोगो से बुराई मेरी
तुम्हारे अपनो में, मेरे मुरीद भी हैं।
ज़िन्दगी के उस मोड़ पे हूँ
जहाँ समझ नहीं आ रहा कि
🤔🤔🤔
मैं ज़िन्दगी के मज़े ले रहा हूँ
या ज़िन्दगी मेरे मज़े ले रही है ✍️
🤔🤔🤔
हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की,
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है।
क्या 😘ज़रूरत थी,
तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की।
बिखरने लगे मेरे अल्फाज
जब तूने सरेआम कह दिया
मोहब्बत नहीं है हमसे।
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।
(Hindi shayri 2020)
किसी ने कहा था
महोब्बत फूल जैसी है,
कदम रुक गये आज
जब फूलों को बाजार में बिकते देखा।
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!
'भटक' जाता हूँ, अक्सर खुद_ही_खुद में
तेरे_अहसासों को
............... "अल्फाजों" में ढालते ढालते।
अपने दिए हुए खुशियों के हिसाब
आज मांग लिया जिंदगी ने...
हमने भी उसके दिए गमो को
गिना दिया बडी सादगी से।
तू रूठा रूठा सा लगता है,
कोई तरकीब बता मनाने की।
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा,
तू क़ीमत बता मुस्कुराने की।
(Hindi shayri 2020)
काश, तुम और मैं एक साथ खड़े हों
और फकीर आकर कहे
"अल्लाह जोड़ी सलामत रखे"
वफ़ा के शीश महल में सजा लिया मैनें,
वो एक दिल जिसे 'पत्थर" बना लिया मैनें...
ये सोच कर कि न हो ताक में ख़ुशी कोई,
ग़मों कि ओट में ख़ुद को छुपा लिया मैनें...
कभी न ख़त्म किया मैंने रोशनी का जरिया,
अगर चिराग़ बुझा,तो दिल जला लिया मैनें....
अब कभी तेरी बेबसी का, सबब नहीं पूछेंगे,
चलो छोड़ो जाने भी दो, अब हम नही रूठेंगें...
मेरा ईमान महज़ इसी शर्त पर, मुनहसर नही है,
कि जब भी लूटेंगे सिर्फ, चाँद सितारे ही लूटेंगें...
चलो न वहीं से शुरू करते हैं, हम हमारे तबसिरे,
कि कभी तुम ख़ैरियत लो, कभी हम हाल पूछेंगे...
मैं हसरतों के हाथों मज़बूर हूँ,तो क्या हुआ,
यकीन कर टूट जायेंगे, मगर वादों से नहीं टूटेंगे...
एक तो उसे भूलना मुश्किल,
ऊपर से घर वाले रोज बादाम खिला देते
है....
😢😢😢😢😂🤣🤣🤣😂
दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी ,
तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी...
ये इश़्क की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी ,
हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी...✍🏻
बेवफा से वफ़ा की उम्मीद मत रखना
लुट जाओगे दरवाज़ा खुला मत रखना।
अगर जन्नत में जाने की ख़ाहिश है
तो माँ बाप को अपने से जुदा मत रखना।
(Hindi shayri 2020)
परिन्दों की फ़ितरत से आए थे वो मेरे दिल में
ज़रा पंख निकल आए तो आशियाना छोड दिया ..
🦅
पल भर करते है बात,
फिर महिनों की दूरी बनाते है...
ये कैसी दोस्ती है
जो वो तनख्वाह की तरह निभाते है...
👊😡😡😡
💗💗बात मुक्कदर पे आ के रुकी है वर्ना,
कोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे 👩 चाहने में !💔
मैं उसका हूँ वो इस एहसास से इनकार करती है
भरी महफ़िल में भी , रुसवा हर बार करती है।
यकीं है सारी दुनिया को, खफा है हमसे वो लेकिन
मुझे मालूम है वो मुझी से प्यार करती है।
हमने तो कभी नही चाहा था हमे मोहब्बत हो,
लेकिन उसकी पहली नज़र ने हमे नीलाम कर दिया।
(Hindi shayri 2020)
कुछ लोग कहते है की बदल गये हैं हम
उनको ये नहीं पता की संभल गये हैं हम।
प्यार हाथो में लगी मेहंदी की तरह होती है
रचती है, खिलती है, और आखिर में छूट जाती है।
मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो,
हम उसे भी जीना सिखा देते हे जिसे मरने का शौक हो।
दुनिया की हर चीज़
ठोकर लगने से टूट जाती हैं।
एक कामयाबी ही है,
जो ठोकर खाकर ही मिलती हैं।
💕💃🏽💕कुछ लोग खोने को प्यार कहते हैं
तो कुछ पाने को प्यार कहते हैं💘💕
💞💘पर हकीक़त तो ये है.
हम तो बस निभाने को प्यार कहते हैँ.....💕🎋💕
(Hindi shayri 2020)
ख्त्म कर दी थी....
जिन्दगी की ......हर खुशियाँ ....तुम पर,....
कभी फुर्सत मिले.....
तो सोचना .....मोहब्बत किसने की थी......
चलो फिर से प्यार कि शुरूवात करते है,
क्यों हम बिछड़े थे वही बात करते है..
न गुनाह तुमने किया न गलती मेरी थी,
दूरियाँ पैदा तो सिर्फ हालात करते है...
इक पल में क्यों तु मुझ से रूठ गयी,
सोच कर मेरे नैना बरसात करते है...
बेशक तुम मेरी बातों पर यकीन न करो,
पर हम तुम्हे याद दिन रात करते है...
न अब तुम मुझ से कभी जुदा होना,
जुदाई में हम पैदा बुरे ख्यालात करते है...
जिस अफ़साने को अंजाम तक ले जाना मुमकिन ना हो।
उसे एक खूबसूरत सा मोड़ देकर छोड़ देना ही अच्छा है।
याद है उस रात ?
जब आस्मां में सजदे करते वक्त,
तुमने टेका था माथा।
तभी सारे चांद सितारे,
तुम्हारे माथे से चिपक गये थे?
था आईना नही मेरे पास दिखाने को,
पर बाखुदा बेहद हसीन लग रही थी तुम।
चलो फिरसे बैठकर आज,
किसी टूटे सितारे पर,
सैर करते हैं पूरे कहकशां का।
है आज मेरे पास आईना भी,
मगर तुम्हारे पास तो वक्त है न?🦋
मेरी यादो मे तुम हो, या मुझ मे ही तुम हो,
मेरे खयालो मे तुम हो, या मेरा खयाल ही तुम हो,
दिल ❤ मेरा धडक के पूछे, बार बार एक ही बात,
मेरी जान मे तुम हो, या मेरी जान ही तुम हो…!🦋
(Hindi shayri 2020)
गुमसुम है। वक्त मेरा
काश कोई आके कहे।
मुझे भी तेरी याद आ रही है।🦋
तुझे गुस्सा दिलाना एक साजिश है मेरी..
तेरा रूठ कर मुझपर यूँ हक जताना अच्छा लगता है।🦋
हैसियत का क़भी....गुमान न करो...यारो....
उड़ान ज़मीन से ही शुरू.....
और ज़मीन पे ही ख़त्म होतीं हैं.....🦋
हर किसी को मैं खुश रख सकूं
वो सलीका मुझे नहीं आता...
जो मैं नहीं हूँ,
वो दिखाने का तरीका मुझे नहीं आता।
कीमत पानी की नहीं, प्यास की होती हैं,
कीमत मौत की नही, साँस की होती हैं,
प्यार तो बहुत करते हैं, इस ज़ालिम दुनिया में,
कीमत प्यार की नही, विश्वास की होती हैं।
(Hindi shayri 2020)
मत पूछना मेरी शख्सियत के बारे में
हम जैसे दिखते है वैसे ही लिखते है।
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे मेरे आज से,
मगर कभी-कभी बीता हुआ कल बहुत याद आता है..
कोई बेबस, कोई बेताब, कोई चुप, कोई हैरान,
ऐ जिंदगी, तेरी महफ़िल के तमाशे ख़त्म नहीं होते।
रोया तो होगा वो सख्श भी
मेरा नाम लेकर,आँसू भी आये होंगे।
जब उसने किसी अजनबी के लिए
खुद के अरमां मिटाये होंगे।
कितना याद किया होगा,
जाते क्क्त उसने मुझे ये तो पता नही।
पर हां साथ गुजारे पल तो
उसे जरूर याद आये होंगे।
बहुत चक्कर मारें हैं,तेरी मोहब्बत के चक्कर में।
बहुत चक्कर मारें हैं,तेरी
मोहब्बत के चक्कर में।
तू👱🏻♀हँस के मेरा दिल तोड💔 गयी इस चक्कर में।
कि हम प्यार तुझसे करते हैं,
तेरी "खूबसूरती" के चक्कर में!!
(Hindi shayri 2020)
धड़कन में बोलते हो आँखों में डोलते हो
कैसे छिपाऊँ तुम को हर राज खोलते हो।
ना जाने कब,,,
तुम आ कर,,
हमारे
दिल मे
बसने लगे,,,
तुम पहले दोस्त थे,
फिर प्यार....
फिर ना जाने कब
ज़िंदगी बन गये ....
जिंदगी का सबसे हसीन लम्हा जी कर आया हूं।
आज पडोशी की हाथ की बनी चाय पी कर आया हूँ।
ये आसमान इतना क्यों नीला है,
ये पानी इतना क्यों गीला है,
ये फूल इतना क्यों पीला है,
हमे तो लगता है
आपका स्क्रू शुरू से ही ढीला है।
(Hindi shayri 2020)
हम आपको इस कदर चाहते हैं,
जिसे देख कर दुनिया वाले जल जाते हैं,
वैसे तो हम हर किसी को उल्लू बनाते है,
लेकिन आप थोड़ा जल्दी बन जाते हैं।
मेरे🧜♂ मिज़ाज को समझने के लिए बस इतना ही काफी है,
मैं🧜♂ उसका हरगिज़ नहीं होता जो हर एक👫 का हो जाये।
शीशें की तरह आर-पार हुं,
फिर-भी बहुतो की समझ से बाहर हूं।
गुम हो जाने का इरादा है,,,,,
थाम के हाथों में हाथ आप का,,,,
हमे पता था तुम्हारी मोहब्बत में जहर है
लेकिन पिलाने में इतना प्यार था
के हम ठुकरा न सके।
(Hindi shayri 2020)
कितना खोफ होता है शाम के अंधेरो में
😞😢
पूछो उन परिंदो से जिनके घर नही होते।
चाहे कितनी भी भलाई का काम करलो
उस भलाई की उम्र सिर्फ
अगली गलती होने तक ही सीमित है।
आपको देखने पर ....जो मिलता है ....
सारा मसला ....उसी सुकून का है ....
उस रिश्ते का कोई वजूद नहीं होता,
जो रिश्ता एक तरफ़ा निभाया जाता हो।
🌹दिल की हसरत मेरी जुबान पे आने लगी , तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी........
ये इश़्क की इन्तहा थी या दीवानगी मेरी , हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी........✍🏻
(Hindi shayri 2020)
रोक कर बैठें है......ज़िन्दगी को,
कि तुम आओ तो जीना शुरू करें।
जब हो जाये मेरी "मोहब्बत"💞 पे एतबार,
तो लौट आना हम आज भी तेरे "इन्तजार" में हैं।
"मोहब्बत हम दोनों की ना समझ पायेगी ये दुनिया,
क्योंकि वो आँखों से देखेगी और हम रूह से प्यार करते है।
💞 ना ढूंढ महोब्बत बाजारों में,
ये कही बिकती नहीं....
ये रहती है दिलों में,
पर बेकदरों को ये दीखती नहीं.....💞
तुम्हारे साथ की शामें
कितनी अलग थी इस शाम से...! 💕
(Hindi shayri 2020)
हमारी मोहब्बत की सबसे खास बात
ना इज़हार, ना इंकार...
💗💗
ना करार ना तकरार,
बस प्यार - प्यार - प्यार...
कहा था तुमने कि
एक भूल थी तुम्हारी मोहब्बत,
तो फिर आंसू क्यों बह गए
कल तेरे तन्हा देखकर मुझे छत पर।
भूल से क्या सीखी नहीं कुछ तुम??
मुझे छोड़कर वो खुश हैं,
तो शिकायत कैसी?
अब हम उन्हें खुश भी न देख सके तो,
मुहब्बत कैसी।
रूह तक अपनी बात पहुंचाने का
दम रखते हैं
शायर है हम सीधा दिल में कदम
रखते हैं...🌹
मेरा झुकना और तेरा खुदा हो जाना
अच्छा नहीं है इतना भी बड़ा हो जाना।
(Hindi shayri 2020)
तुम नही जानते मेरे दिल पर क्या गुज़रती है
जब तुम पास से कुछ कहे बिना गुज़र जाते हो।
हम तुम्हें नज़रों के सामने भी नज़र नहीं आते
और हमें भीड़ में भी तुम्ही तुम नज़र आते हो।
जो नफरत उसको दिखाई थी
कुछ यूँ बेकार हो गई।
जुबान मेरे बस में रहीं,
और आँखे गद्दार हो गई।😞😞
"वो वक्त वो लम्हे अजीब होंगे,
दुनियाँ में हम खुश नशीब होंगे।
दूर से जब इतना याद करते हैं आपको,
क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होगे।"
भीगी नहीं थी मेरी आँखें,,
कभी वक्त के मार से,
देख आज तेरी थोड़ी सी बेरुखी ने,
इन्हें जी भर के रूला दिया....
बेबसी, बेखुदी, बेदर्दी और बेवफ़ाई...
इनके अलावा कुछ मिला किसी को इश्क़ में ?
(Hindi shayri 2020)
वो वक़्त ही बीत गये जब इश्क़ हुआ करता था...
आज के वक़्त मे तो इश्क़ बस हैं सज़ा.....
किसी एक जगह
बहुत ही खूबसूरत शब्द लिखे थे,
दुनिया में छोड़ने जैसा कुछ है तो
दुसरों से उम्मीद करना छोड़ दो।
गलत कहते है लोग कि संगत का असर होता है
वो बरसों मेरे साथ रहा फिर भी बेवफ़ा निकला।
ज़ख़्म खाकर चुप रहे हम, तो नतीजा ये हुआ !
हर गली में पत्थरों के बोलबाले हो गए !!
शीशें की तरह आर-पार हुं,
फिर-भी बहुतो के समझ से बहार हूं।
(Hindi shayri 2020)
बिखरे है अश्क कोई साज नही देता,
खामोश है सब कोई आवाज नही देता..।
कल के वादे सब करते है मगर,
क्यू कोई साथ आज नही देता..।।
जख्म कहां कहां से मिले है, छोड़ इन बातो को..
जिंदगी तु तो ये बता, सफर कितना बाकी है....
"अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।"
खामोश रहने पर भी उसे हो जाती थी फ़िक्र मेरी……
अब तो आँसू बहाने पर भी कोई जिक्र नहीं होता।
पहली नज़र, पहली दोस्ती, पहली मोहब्बत...
भूल जाने की बात तो नहीं होती...!
(Hindi shayri 2020)
ना उड़ाओ परिंदों को मुंडेर से अपनी
ना जाने कौन आया हो बिछड़ के अपनों से...
शहर की नर्म घास से ज्यादा अच्छी
मुझे मेरे गांव की सूखी घास लगती है
कम से कम गायों का पेट तो भर देती है।
✍✍✍
दस्तक और आवाज तो कानों के लिए है..
जो रुह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं...
सब मसला दिल का था,
तो मसला भी दिल ही गया..
तसल्ली के भी नख़रे बहुत हैं..
लाख कोशिशें कर लो मिलती ही नही है....
(Hindi shayri 2020)
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते।
जब दर्द उठा तो रो दिए हम
वरना हँसते हुए जीवन जिया है
यकीं है तुझे पा ही लेंगे एक दिन
तेरी खुशबु ने पता बता दिया है
तेरी याद में जिंदगी गुज़ार लेंगे हम
तेरी चाहत ने सुकूँ मुझे बहुत दिया है
अच्छा होता अगर तुम साथ रह पाते
वक्त से पहले दामन छुड़ा लिया है
क्या कयामत ढा गई तेरी बेवफ़ाई भी
रोते रोते भी हँसना सिखा दिया है...!!
*जवानी, हुस्न, मयख़ाने, लबो रूख़सार बिकते हैं...*
*हया के आईने में कुछ ,कुछ सरे बाज़ार बिकते हैं...*
*शराफत ज़र्फ, हमदर्दी ,दिलों से हो गयी रुख़सत....*
*जहां दौलत चमकती है ,वहीं किरदार बिकते हैं...*
*वहां हथियार बिकने का, अजब दस्तूर निकला है....*
*हमारे शहर में अब तक गुलों के हार बिकते हैं...*
*हमारे रहनुमाओं को , हुआ क्या है ख़ुदा जाने...*
*कभी इस पार बिकते हैं, कभी उस पार बिकते हैं...*
*ज़रा खुद सोचिए हम पर तबाही क्यूं ना आएगी...*
*ये दौर ऐसा है जिसमें , कौम के किरदार बिकते हैं...*
*लफ्ज मिलते नहीं जज्बात क्या लिखूं,,,,,,*
*दर्द ही दर्द है अल्फाज क्या लिखूं..!!*
*गैरों के दामन में दे दी खुशियां,,,,,,*
*अपनी तकदिर क्या लिखूं..!!*
*चलते रहे वफा के राहों में,,,,,,*
*किसी को बेवफा क्या लिखूं..!!*
*मंजिलो को पाना मुक्कदर में नहीं,,,,,,,*
*कदमों के निशां क्या लिखूं..!!*
*उनकी मुस्कान के लिए सजदे गुजर जाऊँ,,,,,,*
*अब उनकी दिल्लगी क्या लिखूं..!!*
चुपचाप गुज़ार देगें तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी,
लोगो को सिखा देगें मोहब्बत ऐसे भी होती है।
दश्त में प्यास बुझाते हुए मर जाते हैं ,
हम परिंदे कहीं जाते हुए मर जाते हैं ..
घर पहुँचता है कोई और हमारे जैसा ,
हम तेरे शहर से जाते हुए मर जाते हैं ..
उनके भी क़त्ल का इल्ज़ाम हमारे सर है ,
जो हमें ज़हर पिलाते हुए मर जाते हैं ..
हम हैं , सूखे हुए तालाब पे बैठे हुए हंस ,
जो ताल्लुक़ को निभाते हुए मर जाते हैं ..
ये मुहब्बत की कहानी नहीं मरती लेकिन ,
लोग क़िरदार निभाते हुए मर जाते हैं ...
(Hindi shayri 2020)
तू वजह सी है जीने की
तो हवाओं का रास्ता क्या है !
दर्द तुझसे और इलाज भी है तू
फिर दवाओं का वास्ता क्या है!!
मुहब्बत थी तो, चाँद अच्छा था,
उतर गई तो , दाग दिखने लगे!
मैं अपनी इबादत खुद ही कर लूँ तो क्या बुरा है..?
किसी फकीर से सुना था मुझमें भी खुदा रहता है।
जहां से शुरू किया था सफ़र फिर वहीं खड़े हो गए हैं,
अजनबी थे लो फिर अज़नबी हो गए हैं !
न जाने कौन सी साज़िशों का हम शिकार हो गए,
कि जितने साफ़ दिल थे उतने ही दाग़दार हो गए!
(Hindi shayri 2020)
तुम्हारी सूरत अब ज़हन में उभरती नहीं
मगर फिज़ाओं में तुम मौजूद हो।
तुम्हारा एहसास चश्मे-नूर बनकर रौशन होता है
मेरे दिल को इसी में राहत है कि तुम हर तरफ मौजूद हो।
दिलो में खलिश है न पालो इसे
ये नफरत बुरी है निकालो इसे,
न मेरा न तेरा न इसका न उसका
ये सबका वतन है बचा लो इसे!
मेरी खामोशियों की झील में फिर....
किसी आवाज का पत्थर गिरा है!
दिल चाहता है कि फ़िर,अजनबी बन कर देखें,
तुम तमन्ना बन जाओ,हम उम्मीद बन कर देखें।
प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे,
दौलत दिखाई तो सारे जहां की कम पड़ेगी।
(Hindi shayri 2020)
न हाथ थाम सके और न पकड़ सके दामन,
बहुत ही क़रीब से गुज़र कर बिछड़ गया कोई।
बहुत संभलकर लिखना पड़ता है
जहन ए जज्बात को वर्ना स्याही पर नहीं
गहराई पर सवाल उठते है।।।।
गिरा दे जैसा पानी है
तेरे पास ए बादल
यह प्यास...❤️
उनके इश्क से बुझेगी
तेरे बरसने से नही।
तेरे गम को अपनी रूह में उतार लूँ
ज़िन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ
मुलाकात हो तुझ से कुछ इस तरह
तमाम उम्र बस एक मुलाकात में गुजार लूँ
तन्हा रहना तो सीख लिया हमने,
लेकिन खुश कभी ना रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता ये दिल,
लेकिन तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे.
(Hindi shayri 2020)
आज फिर घर से निकला हूं
इक तेरी तलाश में बस तेरी ही कमी है।
इन आंखों की प्यास में,
तुझे जाना ही था तो आयी क्यों
सिंह काट लेगा जिंदगानी तेरी आस में।
शायरियां कर कर के लोग अधमरे हो गए है..
पर मजाल है जिसके लिए की गई है ,
उसके पल्ले पड़ी हो 💘से...*
खुद ही पढ़ लेती हूँ,
जो तुम्हारे लिए लिखती हूँ!
छोड़िए शिकायत ..शुक्रिया अदा किजिये,
जितना है पास पहले उसका मजा लीजिये...✍
💞मैं कुछ लिखूँ और तेरे अक्स की खुशबू न हो...
💞उफ्फ्फ्फ...! ये तो तौहीन होगी मेरे लफ़्ज़ों की।
तुमने तो खुद सुनी थी, सीने से लग के धडकनें हमारी..
कितना डरते थे हम तुझे खोने के ख्याल से...!!
😔😔😔
हमे पता हे तुम कही ओर के मुसाफीर हो
हमारा शहर तो बस यूँ ही रास्ते मे आया था।
(Hindi shayri 2020)